Wednesday, December 31, 2025

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बाल स्वयंसेवकों ने भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों की अनुभूति विभाग संघचालक तिलकधारी ने किया बाल शिविर का समापन कहा- बच्चों में संस्कार रोपण के लिए बाल्यावस्था सबसे उपयुक्त आयु!

बाल स्वयंसेवकों ने भारतीय संस्कृति और सामाजिक मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों की अनुभूति
विभाग संघचालक तिलकधारी ने किया बाल शिविर का समापन
कहा- बच्चों में संस्कार रोपण के लिए बाल्यावस्था सबसे उपयुक्त आयु!

पूर्वांचल नेटवर्क न्यूज़
मिर्जापुर!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मिर्जापुर नगर की ओर से नगर के नटवा स्थित शैमफोर्ड स्कूल मे चल रहे दो दिवसीय आवासीय बाल शिविर कार्यक्रम का रविवार को दोपहर बाद समापन हुआ। समापन उपरान्त सभी बाल स्वयंसेवक  राष्ट्र भावना से ओतप्रोत होकर भारतीय संस्कृति और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखने के आदर्शों की अनुभूति कर निजी निवास के लिए प्रस्थान किया।
पहले दिन शनिवार को दोपहर बाद लगभग डेढ सौ की संख्या मे पहुचे कक्षा तीन से आठ मे पढने वाले बाल स्वयंसेवकों की उपस्थिति मे विभाग प्रचारक प्रतोष कुमार ने डा हेडगेवार एव॔ गुरू के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शिविर का उद्घाटन किया और बाल स्वयंसेवको को संबोधित किया।
रविवार को समापन मे मुख्य वक्ता विभाग संघचालक एडवोकेट तिलकधारी ने भारतीय संस्कृति की कहानी सुनाकर बच्चों में अच्छे संस्कार की उत्पत्ति हो, इस विषय पर प्रकाश डाला और बताया कि बच्चों में संस्कार रोपण के लिए बाल्यावस्था सबसे उपयुक्त आयु है। संघ अपनी शाखाओं के माध्यम से युवकों व बच्चों में संस्कार रोपण करता है। उन्होंने संघ की स्थापना किस तरह डाक्टर साहब ने बालको के साथ शाखा के माध्यम से किया, विस्तार से बताया। साथ ही बाल स्वयंसेवको से सामान्य ज्ञान एवं संघ इतिहास से संबंधित सामान्य जानकारी भी पूछा।
बाल शिविर में अंग छू, गणेश दौड़, भस्मासुर, नमस्ते जी के साथ साथ सामान्य ज्ञान सहित अन्य प्रतियोगिता हुई। चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है। हर बाल देवी की प्रतिमा, बच्चा बच्चा राम है। जैसे गीतों से नई ऊर्जा का संचार हुआ।
प्रतिभा प्रगतिकरण सत्र मे अनेक बाते बताई गयी। बच्चों को संबोधित करते हुए कहाकि संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार का उद्देश्य भी राष्ट्रवादी विचारधारा जन जागरण में जागृत करने का ही था, इसकी आवश्यकता बाल्यकाल से ही है। आज परिवार में संस्कार की कमी होते जा रही है। बच्चे कुसंगति की ओर अग्रसर होते जा रहे हैं। उन्होंने कहाकि संघ की शाखा में संस्कार सिखाया जाता है। सभी बच्चों को संघ की शाखा में रोज जाने को कहा। समाज को भी अपने बालको को शाखा भेजकर संस्कार निर्माण मे सहयोगी बनने की आवश्यकता है। नगर प्रचारक राजेन्द्र प्रथम ने कहाकि पूरी व्यवस्था के बीच बालो के संग ने शिविर के माध्यम से आनंद की अनुभूति की। भोजन के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ।
विभाग धर्म जागरण प्रमुख वीरेन्द्र मौर्य , नगर प्रचारक राजेन्द्र प्रथम, सह नगर कार्यवाह रितेश , शारारिक प्रमुख अखिलेश , व्यवस्था प्रमुख विनोद यादव , सह व्यवस्था प्रमुख प्रदीप पाण्डेय, जिला विद्यार्थी प्रमुख नितेश, प्रचार प्रमुख विमलेश अग्रहरि, गोवर्धन यादव उर्फ टीटू, धर्म जागरण प्रमुख बाला, सहित विद्यार्थी नगर कार्यकारिणी से अनमोल, स्वप्निल, हर्ष, उमंग, अंकुर आदि सहयोगरत रहे।

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